कुरुक्षेत्र में मंगलवार को आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “नया भारत न आतंकवाद से डरता है और न उसके आगे झुकता है।” उन्होंने यह संदेश ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए दिया, जिसे भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अपनी सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “हम दुनिया को विश्व बंधुत्व का संदेश देते हैं और अपने सीमाओं की रक्षा भी करते हैं। हम शांति चाहते हैं, लेकिन सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं। ऑपरेशन सिंदूर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत पूरी ताकत, साहस और स्पष्टता के साथ आगे बढ़ रहा है।
आयोध्या से कुरुक्षेत्र — विरासत का संगम
मोदी ने अपने सुबह के अयोध्या दौरे का जिक्र करते हुए इसे “भारत की विरासत का अद्भुत संगम” बताया।
उन्होंने कहा, “सुबह मैं रामायण की नगरी अयोध्या में था और अब गीता की धरती कुरुक्षेत्र में, जहां हम गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर उन्हें नमन कर रहे हैं।”
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारत ने मई में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। यह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की सीधी सैन्य प्रतिक्रिया थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
7 मई की तड़के शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर निशाना साधा। यह कार्रवाई 10 मई को युद्धविराम तक जारी रही।
इस दौरान फाइटर जेट्स, मिसाइलें, ड्रोन और आर्टिलरी का उपयोग किया गया, जिसे रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।