जेनेवा | 7 दिसंबर 2025 — विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने World Malaria Report 2025 जारी करते हुए चेतावनी दी है कि मलेरिया के खिलाफ वैश्विक लड़ाई धीमी पड़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार 2024 में दुनिया भर में कुल 280 मिलियन मलेरिया केस और 6 लाख से अधिक मौतें दर्ज हुईं। WHO का कहना है कि दवा प्रतिरोध, जलवायु परिवर्तन, संघर्षग्रस्त क्षेत्रों और फंडिंग की भारी कमी से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
रिपोर्ट बताती है कि अफ्रीकी क्षेत्र दुनिया के 94% मलेरिया मामलों का बोझ उठाता है। सिर्फ नाइजीरिया, कांगो और युगांडा जैसे देशों में ही दुनिया की आधी से ज्यादा मौतें दर्ज होती हैं। दूसरी ओर दक्षिण-पूर्व एशिया—खासकर भारत और इंडोनेशिया—में मामलों में निरंतर गिरावट देखी गई है।
WHO ने अपनी रिपोर्ट में दवा प्रतिरोध को सबसे बड़ी चुनौती बताया है। कई अफ्रीकी देशों में आर्टेमिसिनिन-आधारित दवाओं पर आंशिक प्रतिरोध देखा गया है, जिससे ACT थेरेपी की प्रभावशीलता कम हो रही है। साथ ही, नई आक्रामक मच्छर प्रजाति Anopheles stephensi के शहरी इलाकों में फैलने से जोखिम और बढ़ गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में मलेरिया नियंत्रण पर वैश्विक निवेश 4.1 बिलियन डॉलर रहा, जबकि आवश्यकता 9.8 बिलियन डॉलर की थी। बजट कटौती के कारण मच्छरदानी वितरण, दवाओं की उपलब्धता और डायग्नोस्टिक टेस्टिंग पर असर पड़ा है।
सकारात्मक खबर यह है कि RTS,S और R21 जैसी मलेरिया वैक्सीन अब तक 24 देशों में शुरू की जा चुकी हैं, जो आने वाले वर्षों में बच्चों की मौतों में महत्वपूर्ण कमी ला सकती हैं।
WHO प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने कहा, “चुनौतियाँ बड़ी हैं, लेकिन सही निवेश और मजबूत राष्ट्रीय नेतृत्व से मलेरिया-मुक्त दुनिया संभव है।”